#jalor -केंद्र सरकार की ओर से बुधवार को पेश किए गए अंतरिम रेल बजट में जालोर वासियों को नहीं मिली एक भी ट्रेन, पिछले तीन साल से लोगों की मांग के बावजूद अभी तक एक भी नहीं चली ट्रेन, लोगों का आरोप जनप्रतिनिधि नहीं करते सही ढंग से पैरवी
भास्कर न्यूज. जालोर
रेल मंत्री मल्लिकाअर्जुन खडग़े की ओर से बुधवार को पेश किए गए अंतरिम रेल बजट में जालोर वासियों को फिर से निराश होना पड़ा। केंद्र सरकार की ओर से पेश किए जाने वाले इस अंतरिम रेल बजट से...
more... जालोर वासियों को काफी आशाएं थी, मगर जब रेल मंत्री ने रेल बजट पेश किया तो लोगों के चेहरे उतर गए। रेल बजट में जालोर के लिए एक भी ट्रेन नहीं मिली । इस रेल बजट से लोग बीकानेर-दादर प्रतिदिन, जोधपुर-कन्याकुमारी प्रतिदिन शुरू करने की उम्मीद लगाए बैठे थे। रेल बजट 2013 में घोषित भगत की कोठी-अहमदाबाद साप्ताहिक ट्रेन का संचालन भी रेलवे प्रशासन ने बंद कर दिया । जिससे गुजरात राज्य और साउथ के लिए सीधी यात्रा को लेकर जिले के प्रवासियों को एक बार फिर से निराशा हुई है। रेल बजट में लोगों को यह ट्रेन नियमित रूप से संचालित होने की उम्मीद थी। जिले से बड़ी संख्या में लोग साउथ में रहते है, साउथ की कनेक्विटी के लिए यह ट्रेन जरूरी है। रेल बजट में लोगों को यह ट्रेन स्थाई रूप से शुरू होने की उम्मीद थी, मगर इसका संचालन शुरू नहीं हो पाया।
तीन साल के इंतजार के बाद मिली थी ट्रेन
जिले से बड़ी संख्या में लोग गुजरात और दक्षिण भारत में व्यापार कर रहे हैं। ब्रॉडगेज नहीं होने पर अप्रवासी जालोर पहुंचने के लिए फालना या जोधपुर रेलवे स्टेशन से ही ट्रेन में बैठा करते थे। 2010 में अमान परिवर्तन के बाद लोगों को लंबी दूरी की ट्रेनों की आस के अनुरूप रेल बजट 2013-14 में भगत की कोठी-अहमदाबाद ट्रेन मिली। हालांकि यह ट्रेन सप्ताह में केवल एक ही दिन शुक्रवार को संचालित हो रही थी। रेल बजट से जिलेवासियों को अपेक्षा थी कि इस ट्रेन को जल्द ही रेगुलर कर दिया जाएगा। ज्ञात रहे कि पिछले बजट में घोषित बाड़मेर-जोधपुर-यशवंतपुर लिंक एक्सप्रेस वाया समदड़ी-भीलड़ी का संचालन नहीं हो पाया है। इधर, भगत की कोठी-अहमदाबाद ट्रेन को भी बंद कर दिया गया है। अब रेल बजट से लोगों को आशा थी कि जिले के जनप्रतिनिधि इन दोनों ट्रेनों के संचालन के लिए विशेष प्रयास करेंगे। लोगों को साउथ के लिए लंबी दूरी की ट्रेनों के संचालन को लेकर भी जनप्रतिनिधियों को आशा थी।
घोषित ट्रेन भी नहीं हुई शुरू, इस बजट से भी निराशा
पिछले बजट में घोषित बाड़मेर-जोधपुर-यशवंतपुर लिंक एक्सप्रेस वाया समदड़ी-भीलड़ी का संचालन नहीं हो पाया है। इस बजट से जिलेवासी जो आशा लगाए बैठे थे मगर इस बजट में भी जालोर को कुछ नहीं मिला। इस रेल बजट से लोगों को समदड़ी-भीलड़ी रेल खंड पर बीकानेर-दादर प्रतिदिन, जोधपुर-कन्याकुमारी प्रतिदिन तथा पिछले रेल बजट में घोषित बाड़मेर-यशवंतपुर व जोधपुर-अहमदाबाद ट्रेन चालू करने की उम्मीद जताई थी।
एक भी ट्रेन नहीं लोगों में रोष
पिछले बजट में घोषित ट्रेन भी शुरू नहीं हो पाई साथ ही इस रेल बजट में समदड़ी-भीलड़ी रेल खंड में जिले के लोगों को एक भी ट्रेन नहीं मिली है। जिससे लोगों में भारी रोष है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की कमजोर पैरवी का ही परिणाम है। रेल नहीं मिलने से लोगों में भारी आक्रोश है।
-हीराचंद भंडारी, अध्यक्ष, युवा यात्री गाड़ी संघर्ष समिति, जालोर
दक्षिणी भारत के लिए ट्रेन नहीं मिलने से हमें काफी परेशानी होती है, मारवाड़ में आने व जाने में काफी असुविधा होती है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।
-मुकेश कुमार, प्रवासी मदुराई।
रेल बजट में एक भी यात्री ट्रेन हमें नहीं मिलने के कारण मारवाड़ आने में भारी कठिनाई होती है, हमारा व्यापार मुंबई में है, इसलिए हमें जालोर के लिए यात्री ट्रेन की काफी कमी महसूस होती है।
-जयंतीलाल, भिवंडी।
हमारी सरकार नहीं है, इधर चुनाव सिर पर हैं तो मेरे साथ द्वेष भावना रखना लाजिमी है। इस बजट में भी मेरे साथ यहीं हुआ। बंद ट्रेन को मैं शुरू करवाने का प्रयास कर रहा हूं।
-देवजी एम पटेल, सांसद, जालोर सिरोही