नये साल पर बनेगा वीरांगना एक्सप्रेस का रिपोर्ट कार्ड
- ट्रैफिक चार्ट पर रखी जा रही है ऩजर
- अच्छी संख्या में यात्री मिले, तो नियमित करने पर विचार करेगा रेलवे
- झाँसी से इलाहाबाद जंक्शन के बीच सिर्फ 6 स्टॉपेज हैं
हिमांशु...
more... वर्मा (झाँसी) : रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर संगम नगरी प्रयागराज से श्री कृष्ण की नगरी मथुरा तक प्रयोग के तौर पर चलायी गयी वीरांगना एक्सप्रेस की 'परीक्षा' चल रही है। इसका परिणाम नये साल पर आएगा। रेलवे अधिकारी ट्रेन के ट्रैफिक चार्ट पर ऩजर रखे हुए हैं, जिसके आधार तय होगा कि यह ट्रेन नियमित की जाए या नहीं। अभी तक ट्रेन अपेक्षाकृत यात्री नहीं जुटा पायी है, जबकि यह झाँसी-इलाहाबाद जंक्शन के बीच बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस से कम समय लेती है और इसमें आम यात्रियों की सहूलियत के लिए अधिक जनरल कोच लगाये गये हैं।
झाँसी से प्रयागराज तक के स़फर के लिए यात्री बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस को सबसे मुफीद मानते हैं। माना जाता है कि रात का स़फर कर यह ट्रेन दिन खराब नहीं होने देती और इलाहाबाद में ़जरूरी कार्य निपटाकर इसी से वापसी भी कर सकते हैं। यात्री सुविधा के मद्देऩजर रेलवे ने मथुरा से इलाहाबाद जंक्शन के लिए एक विशेष ट्रेन संचालित करने का निर्णय लिया। इस ट्रेन का नाम रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर 'वीरांगना एक्सप्रेस' रखा गया। शुरूआत में इसे सिर्फ एक माह के लिए (25 अगस्त से 29 सितम्बर तक) चलाया गया, पर बाद में इसे 1 जनवरी 2020 तक विस्तारित कर दिया गया। शुरूआत में तो यह ट्रेन अधिक यात्रियों को नहीं खींच पायी, पर अब इसकी स्थिति ठीक होने लगी है। त्योहार पर ट्रेन फुल रही, जिससे अन्दा़जा लगाया जा रहा है कि आगे भी ऐसी स्थिति बनी रहेगी। यदि यात्रियों की अच्छी संख्या इसे मिलती रही, तो रेलवे इसे नियमित करने पर विचार कर सकता है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इसका उपयोग बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस की भीड़ कम करने में कारगर साबित हो सकता है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस से इसकी तुलना करें, तो यह ट्रेन इलाहाबाद जंक्शन-झाँसी का स़फर कराने में अपेक्षाकृत कम समय लेती है और इसके स्टॉपेज भी बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस की तुलना में काफी कम हैं। इस ट्रेन का समय भी ऐसे ही निर्धारित किया गया है, ताकि यात्रियों का दिन बर्बाद न हो।
अभी यह ट्रेन सप्ताह में 3 दिन चलती है, जिसे बदलकर सातों दिन भी किया जा सकता है, बशर्ते यात्रियों की संख्या की कसौटी पर ट्रेन खरी उतरे। इस ट्रेन में 6 जनरल कोच, 8 स्लीपर कोच, एसी-3 के 3 व एसी-2 का 1 कोच लगाया गया है। अधिक जनरल कोच होने के कारण आम यात्री भी आराम से स़फर कर सकते हैं।
ये है समय
इलाहाबाद-मथुरा एक्सप्रेस (04135) इलाहाबाद से रविवार, मंगलवार व गुरुवार को शाम 6.30 बजे रवाना होती है और रात 1.20 बजे झाँसी आ जाती है। मथुरा सुबह 6.30 बजे पहुँचती है। वहीं, मथुरा-इलाहाबाद एक्सप्रेस (04136) मथुरा से हर सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को रात 8 बजे चलकर झाँसी रात 12.40 बजे आती है और इलाहाबाद सुबह 8 बजे पहुँच जाती है। यह ट्रेन झाँसी व इलाहाबाद जंक्शन के बीच ओरछा, महोबा, बाँदा, चित्रकूट धाम व मानिकपुर में ही रुकती है। वहीं, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस इस स़फर के लिए 17 स्टॉपेज लेती है।
इन्होंने कहा
झाँसी से इलाहाबाद के लिए चलायी गयी इस ट्रेन का नये साल तक विस्तार कर दिया गया है। ट्रेन को अच्छा ट्रैफिक मिलता है, तो इसे नियमित करने पर विचार किया जाएगा। लोगों से इस ट्रेन के बारे में जानकारी देने के लिए रेलवे इसका प्रचार-प्रसार कर रहा है।
- मनोज कुमार सिंह
जनसम्पर्क अधिकारी (मण्डल रेलवे, झाँसी)
डीयूआरसीसी सदस्यों ने उठायी थी माँग
रेलवे स्टेशन उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति के सदस्य मनमोहन गेड़ा, डॉ. नीति शास्त्री आदि ने महाप्रबन्धक उत्तर-मध्य रेलवे राजीव चौधरी से रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर ट्रेन संचालित करने की माँग की थी, तो समिति सदस्य प्रदीप तिवारी ने इस रूट दोनों धर्म नगरी के बीच रखने की माँग की थी। सदस्यों की दोनों माँग पूरी हो गई, पर ट्रेन को नियमित होने में रेलवे के मानकों पर भी खरा उतरना होगा।
फाइल : हिमांशु वर्मा
समय : 7.50 बजे
29 अक्टूबर 2019
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